दुनिया का सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्री | Duniya Ka Sabse Bevkuf Pradhanmantri Kaun Hai?

दोस्तों इस पोस्ट मे हम दुनिया का सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्री कौन हैं? (Duniya Ka Sabse Bevkuf Pradhanmantri Kaun Hai?) इस बारे मे जानने वाले हैं।

भगवान ने मनुष्य को भिन्न-भिन्न तरीके से बनाया है। कोई व्यक्ति बुद्धिमान है, तो कोई व्यक्ति बेवकूफ है। बेवकूफी और बुद्धिमानी मे मनुष्य का अंतर उसके आचरण और विचारों से ही होता है। सब मनुष्य पर निर्भर करता है, की वह किस तरह से अपने आपको लोगो के साथ दुनिया का सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्री रिप्रेजेंट करता है कभी-कभी समझदार मनुष्य भी बेवकूफी की शरण में आ जाते हैं। ऐसा सब उन लोगों द्वारा दूसरों के सामने की जाने वाली ओवरएक्टिंग की वजह से होता है, इसलिए लोग उन्हें बेवकूफ समझने लगते हैं।

यदि आप एक सीमित क्षेत्र में बेवकूफी की शरण में आते हैं, तो यह आपको इतना अधिक प्रभावित नहीं करता है, लेकिन यदि आप इंटरनेशनल लेवल पर एक बेवकूफ इंसान की श्रेणी में आते हैं, तो यह आपके लिए शर्मिंदगी का विषय हो सकता है। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि दुनिया का सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्री कौन है? किन कारणों की वजह से दुनिया का सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्री माना जाता है? संपूर्ण जानकारी जानने के लिए लेख को शुरू से लेकर अंत तक पूरा पढ़ें तभी जाकर आप पूरी जानकारी ले पाएंगे।

दुनिया का सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्री

अगर गूगल सर्च की बात करूं तो गूगल के अनुसार दुनिया का सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्री भारत के प्रधानमंत्री “नरेंद्र मोदी ” जी हैं। गूगल ने इनको बेवकूफ प्रधानमंत्रियों की लिस्ट में नंबर वन पर रखा है। नरेंद्र मोदी की विश्व भर मे पॉपुलैरिटी को देखते हुए बेवकूफ प्रधानमंत्री वाली बात हजम करना काफी मुश्किल है, क्योंकि हम सभी जानते है, की उनके भाषण और नेतृत्व की क्षमता काफ़ी लोकप्रिय है।

गूगल ने नरेंद्र मोदी जी की पॉपुलैरिटी गिराने के लिए नरेंद्र मोदी जी का टॉप 10 क्रिमिनल लिस्ट में नाम ऐड किया था। जिस वजह से इसका बहुत हंगामा हुआ और भारत सरकार ने गूगल को चेतावनी भी दी थी, कि वह इस तरह की ओछी हरकत ना करें।

गूगल की लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के अलावा 4 देशों के बीच प्रधानमंत्री बेवकूफो की श्रेणी में है। गूगल के अनुसार नरेंद्र मोदी के बाद थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री अभिसित वेज्जाजीवा और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन को भी शामिल किया गया है।

हम सभी जानते हैं, अगर हमें गूगल में कोई चीज रैंक करवानी है, तो हमें उसका SEO करना बहुत आवश्यक है। प्रधानमंत्री को बेवकूफ बताने के पीछे गूगल कि हम कोई गलती नहीं बता सकते हैं, क्योंकि गूगल पर कोई भी फोटो या आर्टिकल SEO के अनुसार रैंक करते है।

गूगल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बेवकूफ प्रधानमंत्री बताने के पीछे क्या कारण बताया है।

जब टॉप 10 क्रिमिनल की लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की फोटो गूगल में सामने आ रही थी, उस समय उनके सपोर्टर ने जमकर हंगामा किया था। इन सभी स्थितियों को देखते हुए भारत सरकार ने गूगल को चेतावनी देते हुए इन सभी फोटो को हटाने के लिए कहा था और भविष्य में इस तरह की ओछी हरकत ना करें इसके लिए भी चेतावनी दी थी और गूगल ने अपनी गलती मानते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से माफी भी मांगी थी।

उन सभी बातों को कुछ ही दिन हुए थे, लेकिन एक बवाल फिर से शुरू हो चुका है। यदि हम गूगल में जाकर यह सच करते हैं कि दुनिया का सबसे बेवकूफ प्रधानमंत्री कौन है, तो उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की फोटो सामने आती है।

इन सभी सवालों के चलते गूगल ने अपनी सफाई में यह साफ कह दिया है इसमें गूगल की कोई गलती नहीं है। गूगल ने बताया है, कि गूगल किसी भी फोटो को शीर्ष पर ऐसे ही नहीं लेकर आती है। इसमें गूगल की कोई कमांड नहीं होती है। दरअसल उन्होंने सब चक्कर SEO का बताया है।

गूगल ने इन सभी गलतफहमी का जबाबदार एक अमेरिकन वेबसाइट को ठहराया है। वेबसाइट का नाम रियूटर्स है। इस वेबसाइट पर एक लेख फॉरेन पॉलिसी को लेकर लिखा गया था, इसमें बताया गया है, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय अर्थव्यवस्था को शीर्ष पर ले जाने की क्षमता रखते हैं। इसलिए अमेरिका को भारत का लोहा मानना चाहिए।

आपकी जानकारी के लिए बता दूं गूगल किसी भी जानकारी को मेन पृष्ठ पर लाने का कमांड नहीं रखती है और यह भी गूगल निर्णय नहीं कर सकती है, कि किसको ऊपर लेकर आना है या नहीं उसने इन सब के पीछे का कारण किसी भी विषय वस्तु के मेटा डाटा को बताया है, जिसकी वजह से यह सब कुछ हो रहा है।

गूगल ने एक बात और साफ कर दिया है। गूगल ने कहा है, कि स्टुपिड शब्द नरेंद्र मोदी के संबोधन में इस लेख को लिखा गया है, जिस वजह से यदि हम गूगल पर स्टूपिड वर्ड सर्च करते हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की तस्वीर सामने आ जाती है।

Conclusion

नरेंद्र मोदी जी की छवि विश्व भर में काफी उभरी हुई है। यह सब हमने वर्तमान समय में देखा है। दुनिया भर के टेलीविजन, अखबार, मीडिया सभी में नरेंद्र मोदी जी का डंका बजता है।विगत वर्षों में हमने यह सब देखा है, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश विदेश का दौरा करके अपने भारतवर्ष की छवि को काफी स्पष्ट करना चाहते हैं।

इस वजह से वह काफी लोकप्रिय नेता भी बन चुके हैं, लेकिन गूगल के इन बयानों के पश्चात मोदी जी के सपोर्टर्स काफी नाराज हुए हैं। नाराजगी क्यों ना क्योंकि उनके एक लोकप्रिय नेता के बारे में ऐसा सब कुछ बोला जा रहा है इन सभी मामलों में गूगल की गलती भी नहीं थी उसकी भी कुछ पॉलिसी और कंडीशन होती है।

हम इस मामले में गूगल की गलती है। बिल्कुल नहीं मानते हैं, क्योंकि इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अमेरिका दौरे पर गए हुए थे, उस समय उन्होंने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई से मुलाकात की थी इस दौरान गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का तहे दिल से स्वागत किया था और उन्होंने गूगल द्वारा नई नई परियोजनाओं का शुभारंभ करने की योजना भी मोदी जी के साथ साझा कि थी अगर उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति किसी भी तरह की गलत भावना होती है, तो वह यह सब नहीं करते।