भाग्य और किस्मत मे अंतर क्या होता है?

आज हम इस पोस्ट मे भाग्य और किस्मत मे अंतर क्या होता है? इस बारे मे जानकारी लेने वाले है। काफी लोगों के मन मे यह सवाल आता है, की आखिरकार भाग्य और किस्मत मे अंतर क्या है? लेकिन उन लोगो को इसके बारे मे कोई सही जवाब मिलना मुश्किल हो जाता है और उन लोगो के इस सवाल का जवाब नही मिलता है। हम आपके इस सवाल का सही और विस्तार से जवाब देने वाले है। आप लोगो को भी भाग्य और किस्मत का अंतर जानना है, तो पोस्ट को अच्छे से जरूर पढ़े।

भाग्य और किस्मत मे अंतर

भाग्य क्या होता है?

भाग्य को असफलता या सफलता के रूप मे परिभाषित किया जा सकता है। सफलता और असफलता अपने कार्य करने की वजह सयोग से हो जाता है, इस तरह के कार्य को भाग्य कहा जाता है। भाग्य यह एक अकस्मित तरीका होता है, जो बिना किसी योजना के हो जाता है। किसी को भी अगर सफलता मिलती है, तब उसे किस्मत से मिला है, ऐसा कहते है और किसी को अगर असफलता मिलती है, तो यह हमारा दुर्भाग्य है, ऐसा कहते है। आप इस उदा. से भाग्य की परिभाषा को समझ सकते है।

किस्मत किसे कहते है?

नियति होने वाली घटनाओं का एक पूर्व निर्धारित पाठ्यक्रम होता है और उसे एक अप्रतिरोध्य एजेंसी या शक्ति माना जाता है और यह ब्रह्मांड के लिए एक निश्चित प्राकृतिक व्यवस्था है और यह इसी विश्वास पर आधारित है। भाग्य को एक भाग्य के रूप में भी जाना जाता है और आमतौर पर इसे अपरिहार्य भी माना जाता है। काफी सारे महान लोगो का मानना है, की अगर किसी की नियति को बदलना है, तो धैर्य, प्रयास , साहस और कड़ी मेहनत जैसे गुणों से किसी की भी नियति को बदला जा सकता है।

कुछ धर्मो में मनुष्य का भाग्य भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कही सारे धर्मों और महान लोग या आम मनुष्य का भी कहना है, की मनुष्य का भाग्य भगवान के हाथों मे होता है और उनका यह भी कहना है, की मनुष्य का निर्णय और कोई भी कार्य भगवान के योजना के अनुसार होता है।

हर कोई किस्मत को अलग अलग स्थिती मे महत्व देते है। अगर किसी के साथ कुछ भी बुरा होता है, तो कहते है शायद हमारी किस्मत ही ऐसी है या यह सब किस्मत का खेल है। अगर किसी के साथ अच्छा भी होता है, तो उस समय मे भी कुछ लोग किस्मत मे था, जो हमें मिल गया ऐसा भी कहते है।

Conclusion

दोस्तो अपने भाग्य और किस्मत मे अंतर क्या होता है? यह तो जाना होगा। उपर दी गयी जानकारी के अनुसार भाग्य और किस्मत मे अंतर मनुष्य अपनी स्थिति के अनुसार इस्तेमाल करता है। भाग्य और किस्मत मे कोई ज्यादा बढ़ा अंतर नही है, यह तो उस मनुष्य के उपर निर्भर है, जो अपनी परिस्थिति के अनुसार इन शब्दों का उपयोग करता है।

हमें आशा है, की हमारे द्वारा दी गयी भाग्य और किस्मत की जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। आपको अगर भाग्य और किस्मत मे अंतर की जानकारी अच्छी लगी तो इसे share करे। हमारे लिखे गए लेख मे अगर कुछ गलत है या आपका कोई सवाल है, to comment मे बताए।